वहीं हापुड़ पुलिस की पूछताछ के दौरान आरोपियों में से एक सचिन ने खुलासा किया है कि ओवैसी कार में नीचे की ओर झुके थे, इसलिए कार पर नीचे की ओर गोली चलाई थी। हमलावरों को उम्मीद थी कि हमले में ओवैसी की मौत हो चुकी होगी।
आरोपियों की नीयत ओवैसी को जान से मारने की थी। हापुड़ के एसपी दीपक भूकर ने इस बात की पुष्टि की है कि आरोपियों सचिन और शुभम के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत भी एफआईआर दर्ज की गई है। एफआईआर सचिन और शुभम से बरामद अवैध पिस्तौल व कारतूस के आधार पर दर्ज की गई है। वहीं सचिन से पूछताछ में जो बातें सामने आई हैं, उनका ज़िक्र एफआईआर में भी किया गया है।
सचिन ने पुलिस को बताया कि वह और शुभम आल्टो कार यूपी 14 ई एक्स 0470 में सवार हो कर 3 फरवरी को मेरठ के गोला कुआं पहुंचे थे, जहां ओवैसी की पार्टी का प्रोग्राम था। वहां पर हमला करना चाहा, लेकिन भीड़ बहुत थी, इसलिए वहां हमला नहीं किया। इसके बाद ओवैसी किठौर में दूसरे कार्यक्रम में पहुंचे। वहां भी बहुत भीड़ थी. इसलिए वहां आरोपी ओवैसी पर हमला नहीं कर पाए।