इस पूरी घटना में दिल्ली पुलिस की भी लापरवाही सामने आई है। इंडिया टूडे की रिपोर्ट के मुताबिक महिला की मौत के मामले में एक चश्मदीद ने दावा किया कि उसने एक पीसीआर वैन में पुलिस से मदद लेने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस कर्मचारी होश में नहीं थे। यहां तक कि पुलिस ने कार्रवाई करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। दीपक ने दावा किया कि वह सुबह करीब सवा 3 बजे दूध की डिलीवरी लेने के लिए इंतजार कर रहा था जब उसने कार को महिला को घसीटते हुए देखा।
पुलिस ने कार मालिक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया है। जिनमें दीपक खन्ना (26), अमित खन्ना (25), कृष्ण (27), मिथुन (26) और मनोज मित्तल शामिल हैं। उनके खिलाफ तेजी से गाड़ी चलाना और लापरवाही से मौत के तहत लगने वाली धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
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