उन्होंने लिखा कि हमारे पास यह मानने का कारण है कि यह राजनीतिक रूप से भाजपा के विरोधी दलों के शासन वाले राज्यों में सत्ता हथियाने के लिए चली गई चाल है। इतना ही नहीं, यह राज्य सरकार को बदनाम करने और अलोकतांत्रिक, अनैतिक तथा असंवैधानिक तरीकों से पश्चिम बंगाल का प्रशासन हथियाने के लिए रचा गया एक गहरा षड्यंत्र है।
इसके बाद रविवार रात पश्चिम बंगाल सरकार ने इसके जवाब में एक पत्र लिखकर कहा था कि राज्य में स्थिति ‘नियंत्रण में’ है और उसकी कानून प्रर्वतन एजेंसियां नाकाम नहीं हुई हैं। यह परामर्श शनिवार को संदेशखाली में हुई हिंसा की पृष्ठभूमि में जारी किया गया था। भाजपा ने दावा किया है कि उसके 5 कार्यकर्ता मारे गए हैं जबकि तृणमूल कांग्रेस के अनुसार एक व्यक्ति की मौत हुई है।