मोदी लहर पर सवार भाजपा ने आज त्रिपुरा में वाम के गढ़ को ध्वस्त कर दिया और अपनी सहयोगी आईपीएफटी के साथ मिलकर दो तिहाई बहुमत हासिल कर लिया। भाजपा ने इसके साथ ही त्रिपुरा में 25 वर्ष से जारी वाम शासन को उखाड़ फेंका। भाजपा का पूरे त्रिपुरा में एक पार्षद भी नहीं था और उसने 2013 के चुनाव में दो प्रतिशत से भी कम वोट हासिल किया था। नगालैंड में भाजपा-एनडीपीपी गठबंधन यद्यपि बहुमत हासिल करने में असफल रहा और राज्य में त्रिशंकु विधानसभा बनी है लेकिन भविष्य की सरकार में पार्टी की हिस्सेदारी निश्चित लगती है। मेघालय में भी खंडित जनादेश मिला है। सत्ताधारी कांग्रेस 21 सीटें जीतकर अकेली सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है लेकिन यह संख्या बहुमत से नौ सीट कम है। दलीय स्थिति :