ठाकरे यहां वसंत दादा चीनी संस्थान की वार्षिक आमसभा को संबोधित कर रहे थे। संस्थान के अध्यक्ष पवार भी इस दौरान मौजूद थे। अपने संबोधन के दौरान ठाकरे ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी चुटकी ली जो अक्सर कहते हैं कि भाजपा विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी है, हालांकि उसने सत्ता गंवा दी है।
शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने कहा, शरद पवार ने हमें सिखाया कि कम जमीन पर कैसे अधिक फसल उपजाई जाती है और कम विधायकों के साथ भी कैसे सरकार बनाते हैं। भाजपा और शिवसेना ने साथ मिलकर विधानसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन यह गठबंधन टूट गया और फिर शिवसेना ने राकांपा, कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई।
ठाकरे ने कहा, राज्य में तीनों पार्टियों ने साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाई और इस गठबंधन के आकार लेने में पवार की बड़ी भूमिका रही। इसी बीच ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, मुझे बताया गया कि यह वही जगह थी, जहां किसी ने कहा था कि वह पवार की उंगली पकड़कर राजनीति में आए थे।
उन्होंने कहा, मैं यह नहीं कहना चाहता कि राजनीति में मुझे लाकर पवार साहब ने एक और गलती कर दी। मोदी ने कुछ साल पहले संस्थान के एक कार्यक्रम में कहा था कि संप्रग सरकार में उस समय कृषिमंत्री रहे पवार ने उनका बहुत मार्गदर्शन किया, जब वे (मोदी) गुजरात के मुख्यमंत्री थे और दिल्ली की राजनीति से अनजान थे।