नई दिल्ली। उग्रवादी समूह उल्फा के दूसरे नंबर का कमांडर दृष्टि राजखोवा ने बुधवार को मेघालय में अपने 4 साथियों के साथ सेना के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। राजखोवा को यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम के कमांडर इन चीफ परेश बरुआ का करीबी विश्वासपात्र माना जाता है।
राजखोवा पिछले दिनों बांग्लादेश में था और अभी कुछ दिन पहले ही मेघालय आया था। राजखोवा का आत्मसमर्पण उग्रवादी समूह (उल्फा) के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
उल्फा असम के एक स्वतंत्र राज्य की मांग करता रहा है। सरकार ने 1990 में इस संगठन पर प्रतिबंध लगाया था।