uniform civil code : पूर्व कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने समान नागरिक संहिता (UCC) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सवाल किया कि आखिर 9 साल बाद यह बात क्यों? उनका प्रस्ताव कितना समान है? क्या हिंदू, आदिवासी और पूर्वोत्तर सभी इसके दायरे में आते हैं?
राज्यसभा सांसद सिब्बल ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री ने समान नागरिक संहिता पर जोर दिया... विपक्ष पर मुसलमानों को भड़काने का आरोप लगाया.. पहला सवाल, आखिर 9 साल बाद यह बात क्यों? (2024 चुनाव के लिए)? दूसरा सवाल, आपका प्रस्ताव कितना समान है, आदिवासी और पूर्वोत्तर सभी इसके दायरे में आते हैं? तीसरा सवाल, हर दिन आपकी पार्टी मुसलमानों को निशाना बनाती है। क्यों? अब आपको चिंता हो रही है।'
पीएम मोदी के बयान के बाद से ही देश में UCC पर बहस शुरू हो गई। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड, दारुल उलूमा देवबंद, एआईएमआईएम समेत कई मुस्लिम संगठनों ने इसका विरोध किया। वहीं आम आदमी पार्टी ने कहा कि सरकार को सभी की सहमति से ही इसे लागू करना चाहिए।
विधि आयोग ने 14 जून को यूसीसी पर नए सिरे से विचार-विमर्श की प्रक्रिया शुरू की थी और राजनीतिक रूप से संवेदनशील इस मुद्दे पर सार्वजनिक और मान्यता प्राप्त धार्मिक संगठनों सहित हितधारकों से 13 जुलाई तक अपने विचार स्पष्ट करने को कहा है।