बीती रात्रि में मथुरा युमना एक्सप्रेस-वे पर दिल्ली से हाथरस जा रहे 4 संदिग्ध लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस को अपने गुप्त सूत्रों से सूचना मिली थी कि हाथरस में जातीय संघर्ष कराने की योजना बनाई जा रही है, जातीय दंगा कराने के लिए प्रतिबंधित संगठन के लोग सक्रिय हो गए हैं और वे हाथरस के लिए निकल चुके हैं। इसी सूचना पर पुलिस ने अलर्ट होते हुए सघन चेकिंग अभियान जगह-जगह चला दिया।
पुलिस जब इस इनपुट पर काम कर रही थी तभी यमुना एक्सप्रेस-वे के मांट टोल पर एक कार स्विफ्ट डिजायर कार (डीएल 01 जेडसी 1203) को रोका गया। कार में 4 लोग बैठे थे और उनकी गतिविधियां संदिग्ध प्रतीत होने उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। चैकिंग में इनके पास से एक मोबाइल फोन, लैपटॉप और भड़काऊ साहित्य बरामद किया है। मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि हिरासत में लिए गए सभी लोग पॉपुलर फ्रट ऑफ़ इंडिया (PFI) और उसके सहयोगी सह संगठन कैम्पस फ़्रट ऑफ़ इंडिया (CFI) से जुड़े हुए हैं।
पुलिस गिरफ्त में आए 3 आरोपी उत्तरप्रदेश के हैं जबकि एक केरल का रहने वाला है। इन आरोपियों ने अपने नाम अतीक उर रहमान पुत्र रौनक अली निवासी नगला थाना रतनपुरी जिला मुजफ्फरनगर, मसूद अहमद निवासी कस्बा व थाना जरवल जिला बहराइच, आलम पुत्र लईक पहलवान निवासी घेर फतेह खान थाना कोतवाली जिला रामपुर और सिद्दीकी पुत्र मोहम्मद चैरूर निवासी बेंगारा थाना मल्लपुरम केरल हैं।