UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2016 के नतीजे घोषित, नंदिनी टॉप पर
बुधवार, 31 मई 2017 (23:55 IST)
टॉपर बनीं कर्नाटक की केआर नंदिनी
नई दिल्ली। भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) की अधिकारी नंदिनी के. आर ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा, 2016 में पहली रैंक हासिल की है। इस परीक्षा के अंतिम परिणाम बुधवार को घोषित किए गए। शीर्ष 25 उम्मीदवारों में 18 पुरुष एवं सात महिलाएं हैं।
नंदिनी अभी फरीदाबाद स्थित राष्ट्रीय सीमा-शुल्क, उत्पाद शुल्क एवं नारकोटिक्स अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। अनमोल शेर सिंह बेदी पुरुष उम्मीदवारों में टॉपर हैं और उन्हें इस परीक्षा में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। वे बिट्स पिलानी से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग स्नातक हैं। शीर्ष 25 उम्मीदवारों में 18 पुरुष एवं सात महिलाएं हैं।
टॉपर बनीं कोलार (कर्नाटक) में रहने वाली की केआर नंदिनी
नंदिनी ने चौथे प्रयास में आईएएस बनने का लक्ष्य हासिल किया
केआर नंदिनी कस्टम, एक्साइज एंड नारकोटिक्स एकेडमी में प्रोबेशन पर हैं
नंदिनी ने बेंगलुरु के एमएस रमैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से सिविल में बीई किया
इलाहाबाद की सौम्या पांडेय ने पहले ही प्रयास में ऑल इंडिया चौथी रैंक हासिल
23 साल की सौम्या ने सिर्फ सात-आठ महीने की तैयारी किया हैरतअंगेज कारनामा
सौम्या 10वीं (94%) और 12वीं (97.4%) दोनों ही परीक्षा में जिले की टॉपर थीं
एमएनएनआईटी से 2015 में बीटेक (इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग) में भी टॉपर बनीं
बांका जिले के दुकानदार अशोक कुमार का बेटा विनोद बना आईएएस
विनोद ने यूपीएससी की परीक्षा में 819वीं रैंक हासिल की
रांची से बीटेक करने वाले विनोदी फिलहाल बेंगलुरु में असिसटेंट कमिश्नर (PF) हैं
विनोद का सपना था कि वह IAS ऑफिसर बनें और उन्हें मिली सपनों की उड़ान
कर्नाटक की रहने वाली नंदिनी ने कहा कि आईएएस अधिकारी बनना हमेशा से उनका सपना था। उन्होंने बताया, यह सपने के साकार होने जैसा है। मैं हमेशा से आईएएस अधिकारी बनना चाहती थी। उन्होंने कहा कि वे देश के शिक्षा क्षेत्र में योगदान करना चाहती हैं। नंदिनी को चौथे प्रयास में यह सफलता मिली।
साल 2014 की सिविल सेवा परीक्षा में भी वह सफल हुई थीं और उन्हें भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क एवं केंद्रीय उत्पाद शुल्क) आवंटित किया गया था। नंदिनी अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से संबंध रखती हैं। बेंगलुरु के एमएस रमैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक नंदिनी ने सिविल सेवा परीक्षा में कन्नड़ साहित्य को वैकल्पिक विषय के तौर पर चुना था।
यूपीएससी ने कहा कि विभिन्न सरकारी सेवाओं में नियुक्ति के लिए 1,099 उम्मीदवारों की अनुशंसा की गई है, जिसमें 846 पुरुष और 253 महिलाएं हैं। इनमें 500 उम्मीदवार सामान्य श्रेणी, 347 ओबीसी, 163 अनुसूचित जाति एवं 89 अनुसूचित जनजाति श्रेणी के हैं।
सफल उम्मीदवारों में 44 दिव्यांग भी हैं। प्रतीक्षा सूची में 220 अन्य उम्मीदवारों को रखा गया है। सिविल सेवा परीक्षा-2016 के लिए केंद्र सरकार ने 1,209 रिक्तियों की अधिसूचना जारी की थी।
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस), भारतीय पुलिस सेवा और अन्य केंद्रीय सेवाओं के अधिकारियों के चयन के लिए यूपीएससी तीन चरणों (प्रारंभिक, मुख्य एवं साक्षात्कार) में सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करती है।
इस बीच, कश्मीर के रहने वाले बिलाल मोहिउद्दीन भट को सिविल सेवा परीक्षा में 10वीं रैंक मिली है। भारतीय वन सेवा (आईएफएस) के अधिकारी बिलाल अभी लखनऊ में तैनात हैं। बिलाल ने बताया, शब्दों से मेरी भावनाएं बयान शायद ही हो सकती हैं।
उन्होंने कहा, मैं आज खुद को दुनिया के शीर्ष पर महसूस कर रहा हूं। चार बार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हो चुके बिलाल की उम्र इस साल नवंबर में 32 साल हो जाती और सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए इस परीक्षा में शामिल होने के लिए अधिकतम उम्र सीमा 32 साल ही है।
भावुक होकर बिलाल ने कहा, मैं इस कहावत में यकीन करता हूं- बार-बार, बार-बार कोशिश करो। मैं 2010 से ही कोशिश कर रहा था। उत्तर कश्मीर के हंदवारा जिले के रहने वाले बिलाल ने श्रीनगर से ही स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई पूरी की और फिर जम्मू से पशु चिकित्सा विज्ञान में डिग्री हासिल की।
सरकारी कॉलेज से पढ़ाई कर चुके बिलाल ने कश्मीर प्रशासनिक सेवा और बाद में भारतीय वन सेवा में भी सफलता हासिल की थी। उन्होंने कहा, हालांकि मेरा लक्ष्य आईएएस बनना था और अब मुझे अपना गृह कैडर मिलने का यकीन है।