राज्य सरकार के इस फैसले को गुजरात में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में भारी गिरावट के बावजूद भाजपा सरकार ने पेट्रोल डीजल पर कर में लंबे समय तक कोई कमी नहीं की थी पर अब चुनाव आने पर जनता को बरगलाने के लिए थोड़ी सी कमी की जा रही है।