किसमें दम है जो उद्धव ठाकरे को अयोध्या आने से रोके
सोमवार, 14 सितम्बर 2020 (16:30 IST)
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय ने कहा है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को अयोध्या (Ayodhya) आने से कोई रोक नहीं पाएगा।
फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ मुंबई में कार्रवाई के विरोध में अयोध्या में तमाम साधु-संतों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को अयोध्या में न घुसने देने का एलान किया है। संतों ने कहा कि महाराष्ट्र के पालघर में संतों की हत्या कर दी थी। इसलिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का विरोध तो पूरा देश करता आया है। उन्होंने कहा कि अब देश की एक बेटी के समर्थन में संत बोल रहे हैं।
इसके विपरीत श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय सोमवार को यहां कहा कि उद्धव ठाकरे को अयोध्या आने से कोई नहीं रोक सकता है। अभी किसी में इतना दम नहीं है कि वह ठाकरे को अयोध्या आने से रोक सके।
राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने अयोध्या के संतों का उद्धव के विरोध को बेहद गलत बताया है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर किसी में जरा भी दम है तो उद्धव को अयोध्या आने से रोक ले। जिसकी मां ने दूध पिलाया वो उद्धव का सामना करे।
अयोध्या के संतों ने भी उद्धव ठाकरे को अयोध्या में प्रवेश नहीं करने देने की चेतावनी दी है। निर्वाणी अखाड़ा के महंत धर्मदास ने सोमवार को यहां कहा कि चम्पत राय ने संतों का अपमान किया है। महाराष्ट्र के पालघर में संतों की हत्या को लेकर संत नाराज हैं इसलिए उद्धव का विरोध तो पूरा देश करता आया है।
उन्होंने कहा कि अब देश की एक बेटी के समर्थन में संत बोल रहे हैं। अयोध्या संतों की नगरी है। अगर संतों ने उद्धव का विरोध करते हुए अयोध्या प्रवेश नहीं करने की बात कही है तो इसमें चम्पत राय को बुरा नहीं मानना चाहिए।
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने चम्पत राय के बयान को हास्यास्पद बताया और कहा कि पालघर में संतों की हत्या और अब देश के अवकाश प्राप्त सेना अधिकारी पर हमला और देश की एक बेटी पर वैचारिक आक्रमण के बाद क्या चम्पत राय उनका समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा हम संत एक हैं और हम राष्ट्र और समाज के हित में खड़े हैं।
तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी महंत परमहंस दास ने अयोध्या के संतों का अपमान बताते हुए चम्पत राय के बयान की तीखी निंदा की है।
वहीं, जगद्गुरू स्वामी रामदिनेशाचार्य ने ट्रस्ट सचिव के बयान की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में संत, सैनिक, कलाकार और आमजन तुष्टीकरण के चलते पीड़ित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना व सेना नहीं रही जो हिंदुत्व और मंदिर के साथ साधु-संत के रक्षार्थ खड़ी होती थी। इसका चाल-चरित्र और चेहरा बदल गया है। यह अब वोट बैंक को देख रही है।
गौरतलब है कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से उनके पक्ष में बड़ा अभियान चलाने वाली फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार ने मोर्चा खोल दिया है। इसी से नाराज अखाड़ा परिषद के साथ तमाम संत भले ही कंगना के पक्ष में हों, लेकिन अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव तथा विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय तो खुलकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के पक्ष में हैं। (वार्ता)