नई दिल्ली। देश में पूर्व से पश्चिम तक मौसम अपना कठोर रूप दिखा रहा है। पूरब स्थित असम में मंगलवार को भारी बारिश की वजह से हुए भूस्खलन में कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई। वहीं पश्चिम भारत के कई इलाकों में चक्रवाती तूफान का खतरा मंडरा रहा है जबकि दक्षिण भारत के कई जिलों में मानसून की वजह से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
उत्तर भारत में तापमान सामान्य ही रहा और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहे जबकि मौसम विभाग ने राजस्थान के कुछ इलाकों में अगले दो दिनों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है।
गृह मंत्रालय ने कहा कि चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ बुधवार को महाराष्ट्र के तट पर पहुंचेगा। इस दौरान 100 से 110 किलोमीटर की गति से हवाएं चल सकती हैं। यह गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
तूफान से मुंबई, ठाणे और महाराष्ट्र के अन्य तटीय जिले जैसे रायगढ़ और पालघर प्रभावित हो सकते हैं। वहीं गुजरात के वलसाड, नवसारी, सूरत, भावनगर और भरुच जिलों तथा केंद्र शासित प्रदेश दादरा-नागर हवेली एवं दमन और दीव पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने अपनी 40 टीमें महाराष्ट्र, गुजरात और केंद्रशासित प्रदेश दादरा-नागर हवेली एवं दमन और दीव में तैनात की है। महाराष्ट्र में मुंबई और उसके उपनगरों, ठाणे,पालघर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि चक्रवाती तूफान उत्तरी महाराष्ट्र और उससे सटे दक्षिणी गुजरात तट के हरीहरेश्वर और दमन के बीच अलीबाग में तीन जून को दस्तक देगा। इससे इलाके में भारी बारिश होगी।
महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि वह बिजली संकट से बचने और पालघर एवं रायगढ़ स्थित रसायन काराखानों और परमाणु केंद्र में किसी दुर्घटना से बचने के लिए सभी एहतियाती कदम उठा रही है। गुजरात ने असुरक्षित इलाकों से लोगों को हटाने का काम शुरू कर दिया है।
गुजरात के राहत आयुक्त हर्षद पटेल ने गांधीनगर में कहा, वलसाड, सूरत, नवसारी और भरुच जिलों में तट पर रह रहे 78,971 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि 1,727 गांवों को पहले ही खाली करा लिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी तथा दमन दीव दादरा और नगर हवेली के प्रशासक प्रफुल्ल के. पटेल से चक्रवात की स्थिति को लेकर बात की और इस संकट से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिया।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आशिंक रूप से बादल छाए रहे जिसकी वजह से सफदरजंग वेधशाला में अधिकतम 36.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। यह सामान्य से चार डिग्री कम है। सफदरजंग वेधशाला के आंकड़ों को दिल्ली के मौसम का प्रतीक माना जाता है।
पालम वेधशाला में अधिकतम तापमान 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान लगाया है कि बुधवार को दिल्ली में गरज-चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है और 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
अधिकारियों ने बताया कि असम की बराक घाटी स्थित हैलाकांडी, करीमगंज और सिलचर जिलों में मंगलवार को भारी बारिश की वजह से हुए भूस्खलन की चपेट में आने से कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई।
हैलाकांडी, करीमगंज और सिलचर में तीन परिवारों का एक तरह से नामोनिशान ही मिट गया और 17 अन्य लोग घायल हुए हैं। असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने भूस्खलन में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि असम के मंत्री परीमल सुकलावैद्य, जो कोविड-19 के मद्देनजर हालात का जायजा लेने के लिए हैलाकांडी में मौजूद हैं, ने जिला प्रशासन को भूस्खलन के मामले में सरकार को रिपोर्ट तुरंत भेजने का निर्देश दिया ताकि मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की सहायता राशि मुहैया कराई जा सके।
दक्षिण भारत स्थित केरल में दक्षिण-पश्चिमी मानसून की दस्तक के दूसरे दिन मंगलवार को राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई जबकि राजधानी तिरुवनंतपुरम समेत चार जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया। वहां कई निचले इलाकों में जलभराव हो गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया। इसके तहत 6.4 सेंटीमीटर से 11.5 सेंटीमीटर तक भारी बारिश से लेकर 11.5- 20.4 सेंटीमीटर तक बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
साथ ही, मंगलवार को सात जिलों में येलो अलर्ट (छिटपुट जगहों में भारी बारिश की संभावना) जारी किया गया है। उत्तर भारत में हरियाणा और पंजाब में सामान्य से नीचे तापमान बना हुआ है। वहीं उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में हल्की बारिश हुई। राज्य की राजधानी लखनऊ में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के मुताबिक हमीरपुर में 8 मिलीमीटर और मेरठ में 0.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। बांदा उत्तर प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा, जहां पर अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके बाद प्रयागराज, वाराणसी, लखीमपुर खीरी और बहराइच में क्रमश: 38 डिग्री, 37.6 डिग्री, 37.4 डिग्री और 37.2 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने राजस्थान के बारां, झालावाड़, प्रतापगढ़, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर, पाली और जालौर में बुधवार को भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। विभाग ने बांसवाड़ा, बारां, डुंगरपुर, कोटा, जालौर, प्रतापगढ़, उदयपुर, बाड़मेर और जालौर में गुरुवार को बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया है।
मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी बांसवाड़ा, चितौड़गढ़, बारां, भीलवाड़ा, डुंगरपुर, कोटा, जालौर, प्रतापगढ़ और उदयपुर में बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई है। (भाषा)