नई दिल्ली। मौसम विभाग ने आखिरी पूर्वानुमान में दावा किया कि इस बार मानसून पिछले साल से बेहतर रहेगा। हालांकि, दक्षिण और उत्तर-पूर्व के राज्यों में सामान्य से कम बारिश का पूर्वानुमान है।
देश के उत्तर और पश्चिमी हिस्सों में अच्छी बारिश की उम्मीद है। मध्य-पश्चिम भारत में मानसून के 8 से 15 दिन में पहुंचने का अनुमान है। दीर्घावधि में 97 फीसदी मानसूनी बारिश के आसार हैं। इससे पहले अप्रैल में जारी किए गए अनुमान में भी मौसम विभाग ने मानसून सामान्य रहने की बात कही थी।
मौसम विभाग ने बताया कि देश में मानसूनी बारिश का औसत 97 फीसदी रहने का अनुमान है। जुलाई में दीर्घावधि की 101 फीसदी और अगस्त में 94 बारिश का अनुमान है।
कर्नाटक-तमिलनाडु की ओर बढ़ा मानसून : दक्षिण-पश्चिम मानसून इस साल 3 दिन पहले केरल पहुंचा। यहां बाररिश का सिलसिला जारी है। पुरे केरल को कवर करने के बाद मानसून अब कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों और तमिलनाडु की ओर बढ़ रहा है। कर्नाटक में मेकुन तूफान के असर से भारी बारिश हो रही है। नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथारिटी ने पूरे राज्य में रेड अलर्ट जारी किया है।
कर्नाटक के मेंगलोर और उडुपी में 34 सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई। मेंगलोर के पनामबुर में 33.4 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। अधिकारियों के मुताबिक, पनामबुर में बारिश ने 36 साल का रिकॉर्ड तोड़ा। मेंगलोर और उडुपी में स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। ज्यादातर बाजार बंद हैं।
उत्तर भारत में गर्मी का कहर : उत्तर भारत के राज्यों को गर्मी से राहत मिलती नहीं दिख रही है। मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चार-पांच दिन अभी मौसम ऐसा ही रहने का अनुमान है। राजस्थान के 6 शहरों में पारा 46 डिग्री के पार है। गंगानगर में पारा 49 डिग्री के करीब पहुंच गया। मध्य प्रदेश का ग्वालियर राज्य का सबसे गर्म शहर रहा।