नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को कहा कि देश में कमजोर मानसून का मौजूदा दौर अगले 5 दिनों तक जारी रहने की संभावना है, जबकि पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत तथा उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ हिस्सों में तेज बारिश 14 अगस्त तक होने की उम्मीद है।
इस बीच, खराब मौसम के चलते हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में एक बस और अन्य वाहनों के भूस्खलन की चपेट में आने से दस लोगों की मौत हो गई जबकि 13 को बचा लिया गया, वहीं कई अन्य लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। हालांकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि भूस्खलन के समय इलाके में बारिश नहीं हुई थी।
आईएमडी के अनुसार, 15 अगस्त तक उत्तर भारतीय मैदानी इलाकों में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और इससे सटे मध्य भारत और प्रायद्वीपीय भारत के अधिकांश हिस्सों (तमिलनाडु और केरल के बाहर) में कमजोर बारिश जारी रहने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा कि 16 अगस्त से प्रायद्वीपीय भारत में बारिश की गतिविधियां बढ़ जाएंगी। अगले पांच दिनों के दौरान तमिलनाडु और केरल में छिटपुट से व्यापक वर्षा होने की संभावना है, जबकि 11-14 अगस्त के दौरान तमिलनाडु में और 11-12 अगस्त के दौरान केरल में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। विभाग ने कहा कि पूर्वोत्तर और उससे सटे पूर्वी भारत, उत्तर प्रदेश और बिहार के उत्तरी हिस्सों में भारी बारिश 14 अगस्त तक रहने और उसके बाद कम होने की संभावना है।
आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक 1 जून से 10 अगस्त के बीच देश में सामान्य से 5 फीसदी कम बारिश हुई।आईएमडी के पूर्वी और पूर्वोत्तर प्रभाग ने 12 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की है, जबकि उत्तर पश्चिम भारत और मध्य भारत के मौसम कार्यालय ने क्रमशः माइनस 2 और 7 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की है। दक्षिण प्रायद्वीप मौसम प्रभाग में अब तक सामान्य से 8 फीसदी अधिक बारिश हुई है।
11-14 अगस्त के दौरान पूर्वोत्तर और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ छिटपुट स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा गतिविधि का वर्तमान दौर जारी रहने और उसके बाद कम होने की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि 11 से 13 अगस्त के दौरान असम और मेघालय में भी कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
इसमें कहा गया है कि 11-14 अगस्त के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में छिटपुट भारी वर्षा के साथ व्यापक वर्षा जारी रहने की संभावना है और 11 और 12 अगस्त को बिहार में अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। अगले पांच दिनों के दौरान पश्चिमी हिमाचल क्षेत्र में छिटपुट से व्यापक वर्षा होने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा कि उत्तराखंड में 11-15 अगस्त के दौरान और हिमाचल प्रदेश में 12-14 अगस्त के दौरान भारी बारिश की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि बुधवार को दिल्ली में बारिश नहीं हुई और अगले छह से सात दिनों के दौरान दिल्ली में बारिश की कोई संभावना नहीं है। राष्ट्रीय राजधानी में अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने गुरुवार को आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहने का अनुमान जताया है। मौसम विभाग ने बताया कि उत्तर प्रदेश में ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई जबकि राज्य के पूर्वी हिस्से में छिटपुट जगहों पर भारी बारिश हुई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में छिटपुट स्थानों पर हल्की बारिश भी हुई।
मौसम विभाग ने कहा कि गुरुवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। 13 अगस्त को राज्य में कई स्थानों पर और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 14 अगस्त को कुछ स्थानों पर और 13 और 14 अगस्त को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
अमेठी के जैस इलाके में लगातार बारिश के बाद दीवार गिरने से तीन साल की बच्ची की मौत हो गई और दो अन्य बच्चे घायल हो गए। बच्चे उस समय घर में अकेले थे क्योंकि उनकी मां कुछ खरीदारी करने के लिए बाहर गई थी।वाराणसी के कुछ हिस्सों में बाढ़ का पानी आने के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्थानीय प्रशासन से बात की और उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। मोदी लोकसभा में वाराणसी का प्रतिनिधित्व करते हैं।
आईएमडी ने कहा कि गुजरात में अभी तक बारिश कम हुई है, अब तक दर्ज की गई बारिश सामान्य से 45 प्रतिशत कम है। यहां तक कि राज्य में 200 से अधिक बांधों और जलाशयों में जलस्तर उनकी कुल भंडारण क्षमता का आधे से भी कम है। राज्य सरकार ने खड़ी फसलों को नुकसान से बचाने के लिए लगभग 5 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई के लिए बांधों से पानी की आपूर्ति करने का निर्णय लिया है।
आईएमडी ने कहा कि गुजरात ने 1 जून से 10 अगस्त के बीच सामान्य वर्षा से 45 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की है।महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में पिछले महीने बाढ़ के कारण महाड नगर परिषद की 61 संपत्तियां क्षतिग्रस्त हो गईं। अधिकारियों ने बुधवार को बताया जुलाई में भारी बारिश से कोंकण क्षेत्र और पश्चिमी महाराष्ट्र के कुछ जिलों में कई स्थानों पर भारी बाढ़ आ गई थी।
अधिकारियों ने कहा था कि महाड तालुका में बाढ़ से कुल 14,368 परिवार और 1,200 व्यापारी प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि एक पहाड़ी पर स्थित रायगढ़ के तलिए गांव में बड़े पैमाने पर भूस्खलन से 86 लोगों की मौत हो गई थी।
उत्तर की ओर, हरियाणा और पंजाब के अधिकांश स्थानों पर उमसभरा मौसम बना रहा और अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहा। दोनों राज्यों की साझा राजधानी चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।(भाषा)