रेलवे में शुरू होने से पहले ही मसाज सुविधा के प्रस्ताव पर लगा ब्रेक, इंदौर सांसद ने लिखा था रेलमंत्री को पत्र

शनिवार, 15 जून 2019 (23:25 IST)
नई दिल्ली/ इंदौर। पश्चिम रेलवे ने इंदौर से चलने वाली रेलगाड़ियों के यात्रियों को सिर, गर्दन और पैरों के मसाज की सेवा का प्रस्ताव वापस ले लिया है। इंदौर के सांसद शंकर लालवानी ने रेलवे द्वारा ट्रेन में शुरू की जाने वाली मसाज सुविधा का विरोध करते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल को इसके लिए एक पत्र लिखा था।
 
‍पत्र में लालवानी का कहना था कि यह हमारी भारतीय सभ्यता के खिलाफ है, महिलाओं के सामने इस तरह की सेवा रेलवे द्वारा शुरू करना गलत है। लालवानी ने रेलमंत्री को सुझाव भी दिया था कि मसाज की जगह ट्रेनों में स्वास्थ्य संबंधी सुविधा होना चाहिए, जो यात्रियों के लिए आवश्यक है।
 
एक आधिकारिक बयान में यहां कहा गया है कि इंदौर से बनकर चलने वाली रेलगाड़ियों में सिर या पैर की मालिश सेवा शुरू करने का प्रस्ताव पश्चिमी रेलवे के रतलाम मंडल ने शुरू किया था, लेकिन पश्चिम रेलवे के उच्च अधिकारियों के संज्ञान में जब यह बात आई तो उन्होंने इसे वापस लेने का आदेश दिया है।
 
बयान के अनुसार पश्चिम रेलवे सार्वजनिक प्रतिनिधियों, रेलवे उपभोक्ताओं और जनता के सकारात्मक सुझावों की प्रशंसा करती है। ऐसे प्रस्ताव समय-समय पर अमल में भी लाए जाते रहे हैं। बयान में कहा गया है कि पश्चिम रेलवे आरामदायक, सुरक्षित और संरक्षित सेवाएं उपलब्ध कराने को लेकर प्रतिबद्ध है और आने वाले समय में बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

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