प्रशासन द्वारा बनाई जांच समिति की प्रथम रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें कहा गया है कि भोले बाबा के चरणों की रज पाने को लेकर धक्का मुक्की हुई है। बाबा के सेवादारों द्वारा भीड़ के साथ धक्का मुक्की की गई, जिसके चलते भीड़ अनियंत्रित हो गई। सड़कों के डिवाइडर पर पहले से लोग मौजूद थे,जैसे ही बाबा का काफिला गुजरा तो उसकी मिट्टी लेने, चरणों को नमन करने होड़ लग गई। लोग गिर गए, भीड़ उनपर से गुजराती चली गई, वही दूसरी तरफ कुछ लोग खेत के रास्ते उतर गए, बारिश की वजह से मिट्टी गीली थी, जिसके चलते गिरने वाले उठ नही पायें और यह हादसा हो गया।
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