CBI raid at Satyapal Malik house : केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने किरु पनबिजली परियोजना में भ्रष्टाचार के मामले में गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के परिसरों और 29 अन्य स्थानों पर छापे मारे।
सीबीआई ने आज सुबह कई शहरों में 30 स्थानों पर सुबह छापे मारे, जिसमें लगभग 100 अधिकारी शामिल हुए। यह मामला 2,200 करोड़ रुपए के किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट (एचईपी) के सिविल कार्यों को आवंटित करने में कथित भ्रष्टाचार से संबंधित है।
मलिक 23 अगस्त 2018 से 30 अक्टूबर 2019 तक जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल थे। उन्होंने दावा किया था कि उन्हें दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपए की रिश्वत की पेशकश की गई थी। इनमें से एक फाइल परियोजना से संबंधित थी।
मामला दर्ज करने के बाद सीबीआई ने 10 स्थानों पर और जून 2022 में 16 स्थानों पर तलाशी ली। सीबीआई ने मई 2023 में भी 12 स्थानों पर तलाशी ली।
सीबीआई ने चिनाब वैली पावर प्रोजेक्ट्स (पी) लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष नवीन कुमार चौधरी और अन्य पूर्व अधिकारियों एम एस बाबू, एम के मित्तल और अरुण कुमार मिश्रा और पटेल इंजीनियरिंग लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
क्या है किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट : किरू हाइड्रो इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट जम्मू कश्मीर में चिनाब नदी पर स्थित एक रन-ऑफ-द-रिवर पनबिजली परियोजना है। इसकी अनुमानित लागत रु. 4,285.59 करोड़ है। इस चिनाब वैली पॉवर प्रोजेक्ट में जम्मू कश्मीर सरकार की 45 फीसदी और एनएचपीसी की हिस्सेदारी 51 फीसदी है। पॉवर ट्रेडिंग कॉरपोरेशन की इसमें 2 फीसदी हिस्सेदारी है। यह भारत की सबसे महंगी पनबिजली परियोजनाओं में से एक है। इस परियोजना के वर्ष 2025 में पूरा होने की उम्मीद है। इससे राज्य के दूर-दराज के इलाकों में बिजली पहुंचने के साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
क्या बोले सत्यपाल मलिक : पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक सीबीआई रेड पर बयान जारी कर कहा कि किसान का बेटा हूं, छापों से घबराऊंगा नहीं।
पिछले 3-4 दिनों से मैं बिमार हूं ओर हस्पताल में भर्ती हूं। जिसके वावजूद मेरे मकान में तानाशाह द्वारा सरकारी एजेंसियों से छापे डलवाएं जा रहें हैं। मेरे ड्राईवर, मेरे साहयक के ऊपर भी छापे मारकर उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है।
में किसान का बेटा हूं, इन छापों से घबराऊंगा नहीं। में…
उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि पिछले 3-4 दिनों से मैं बिमार हूं और अस्पताल में भर्ती हूं। जिसके वावजूद मेरे मकान में तानाशाह द्वारा सरकारी एजेंसियों से छापे डलवाएं जा रहें हैं। मेरे ड्राईवर, मेरे साहयक के ऊपर भी छापे मारकर उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है। मैं किसान का बेटा हूं, इन छापों से घबराऊंगा नहीं। मैं किसानों के साथ हूं।