भाजपा के विधायक टी राजा के पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान के बाद उन्हें भाजपा से निलंबित कर दिया गया है और पुलिस ने उन्हें दोबारा गिरफ्तार भी किया है। विवादित बयान के बाद उन्हें 23 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और चेतावनी देकर छोड़ दिया गया था। इसके विरोध में हैदराबाद में पिछले दो दिनों से उग्र विरोध प्रदर्शन हो रहे थे। लेकिन पुलिस से छूटने के बाद उन्होंने फिर से वीडियो बनाया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया है।
अवैध शराब व नशीली दवाओं का केंद्र धूलपेट
दरअसल, टी राजा का जन्म 15 अप्रैल 1977 को हैदराबाद के धूलपेट में एक लोध परिवार में हुआ था। धूलपेट अवैध शराब और नशीली दवाओं की तस्करी का केंद्र माना जाता है। धूलपेट के लोध खुद को राजपूतों का वंशज बताते हैं। टी राजा इसी इलाके से आते हैं। बता दें कि टी राजा सिंह ने शुरुआत में अपने घर के बाहर ऑडियो और वीडियो कैसेट बेचने की एक दुकान चलाई। बाद में इसे बंद करके इलेक्ट्रिक वायरिंग का बिजनेस शुरू कर दिया। उनके परिवार में कोई राजनीति बैकग्राउंड नहीं रहा है। कहा जाता है कि उनके पूर्वज देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाते थे। बाद में टी राजा ने भी अपने पारिवारिक कारोबार को जारी रखा।
टी राजा सिंह की राजनीति
टी राजा सिंह पहले तेलुगू देशम पार्टी के सदस्य रहे हैं। इस बीच उनका संबंध बजरंग दल से भी बताया जाता है। वे बाद में बीजेपी में शामिल हो गए और विधायक बने। फिलहाल वे तेलंगाना में पार्टी विप हैं।
राजा का अपराधों से पुराना नाता
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक टी राजा का विवादों से पुराना कनेक्शन रहा है। रिपोर्ट बताती है कि उन पर अब 75 आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं। इनमें से कम से कम 30 मामले धार्मिक भावनाएं आहत करने और दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने के हैं। 17 मामले दंगा करने के हैं तो वहीं खतरनाक हथियार रखने और एक मामला हत्या के प्रयास से जुड़ा है। 2018 में टी राजा की ओर से दाखिल चुनावी हलफनामे के मुताबिक उनके खिलाफ 43 आपराधिक मामले हैं। इनमें से 16 में चार्जशीट फाइल हो चुकी है।
फेसबुक का प्रतिबंध और उनके बयान
2 सितंबर 2020 को फेसबुक ने राजा सिंह को 'डेंजरस इंडिविजुअल' बताते हुए हेट स्पीच के लिए अपने तमाम प्लेटफॉर्म्स से बैन कर दिया था। जुलाई 2018 में टी राजा ने कहा था कि देश में रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमान अगर देश नहीं छोड़ेंगे तो उन्हें गोली मार देनी चाहिए। अप्रैल 2017 में राजा सिंह ने कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर बनाना उनका संकल्प है और इस संकल्प को पूरा करने के लिए वो जान देने और जान लेने को भी तैयार हैं। 2017 में ही उन्होंने ओल्ड हैदराबाद को मिनी पाकिस्तान बताया था। साथ ही दावा किया था कि यदि यहां जांच हो तो हर घर से बम मिलेंगे। नवंबर 2017 में फिल्म पद्मावती का विरोध किया था। उन्होंने धमकी दी थी कि जो थिएटर इस फिल्म को दिखाएंगे, उन्हें जला देंगे।
क्या है नया मामला?
सोमवार को टी राजा ने स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी की आलोचना करते हुए एक वीडियो जारी किया था। मुनव्वर फारुकी ने हाल ही में हैदराबाद में परफॉर्म किया था। वीडियो में टी राजा ने कथित तौर पर इस्लाम के खिलाफ टिप्पणी की। इसके चलते टी राजा के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। पुलिस ने टी राजा को 23 अगस्त को गिरफ्तार किया था और चेतावनी देकर छोड़ दिया था। इसके बाद टी राजा को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर उग्र विरोध प्रदर्शन हो रहे थे।