Sandeshkhali news in hindi : संदेशखाली मामले के बाद से ही पश्चिम बंगाल में सियासी घमासान मचा हुआ है। भाजपा राज्य में कानून व्यस्था पर सवाल उठा रही है तो सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस भाजपा पर प्रदेश में माहौल खराब करने का आरोप लगा रहा है। इस बीच, पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने बंगाल की मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कहा कि ममता बनर्जी अब आंटी बन गई हैं। वह एक क्रूर महिला है।
भाजपा नेता ने कहा कि पूरे बंगाल में इस तरह से काम चलता है। ममता बनर्जी के संरक्षण में काम चल रहा है। उन्हें दीदी कहना बंद कर दिजिए। अब वह आंटी बन गई हैं। अगर हिंदी में कहें तो बुआ। ये बुआ-भतीजे की सरकार है।
शुभेंदु अधिकारी के अनुसार, ममता दीदी नहीं हैं। दीदी नाम के साथ एक मानवता की भावना आती है, लेकिन ममता बनर्जी की क्रूरता...मैंने विधानसभा चुनाव के दौरान नंदीग्राम में उन्हें हराया था। उन्होंने मेरे खिलाफ 42 मामले दर्ज कराए। वह एक क्रूर महिला हैं।
क्या है संदेशखाली की रौंगटे खड़े करने वाली कहानी : अब संदेशखाली एक बार फिर से इसलिए सुर्खियों में है क्योंकि स्थानीय महिलाओं ने शाहजहां शेख और उनके समर्थकों पर संगीन आरोप लगाए हैं। जमीन हड़पने और उनका यौन उत्पीड़न के साथ ही संदेशखाली में हिन्दू महिलाओं ने उनके साथ दरिंदगी की रौंगटे खड़े करने वाली कहानियां बयां की हैं।
महिलाओं ने आरोप लगाए हैं कि टीएमसी नेता और समर्थक खूबसूरत महिलाओं को उठाकर ले जाते हैं और उनके कार्यालयों में गैंग रेप करते हैं। रात में पुलिस घर में आकर छेडखानी करती हैं। दरवाजे पीटती है और घरों में टॉर्च की रोशनी डालती है। बता दें कि राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (NCSC) ने संदेशखाली में दौरे के बाद पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन की मांग की है।
सडकों पर उतरीं महिलाएं : इन आरोपों में शाहजहां शेख के साथ ही उत्तर सरदार और शिबू हाजरा के नाम आए हैं। महिलाएं टीएमसी के इन नेताओं के खिलाफ खुलकर प्रदर्शन कर रही है। कई गांवों से महिलाएं निकलकर सड़कों पर आ गईं हैं। उनके हाथों में लाठियां और न्याय के लिए मुंह पर नारे हैं। कई महिलाओं ने शाहजहां शेख और उनके समर्थकों के घरों में आग लगा दी। संदेशखाली में बवाल मच हुआ है। शिबू हाजरा के पोल्ट्री फार्म में भी आग लगाई गई। मीडिया पर भी हमले हुए।
उल्लेखनीय है कि संदेशखाली का गुनाहगार TMC नेता शाहजहां शेख पिछले 20 दिनों से लापता है। अब तक उसकी गिरफ्तारी नहीं होने पर कलकत्ता हाई कोर्ट भी हैरान है। वहीं संदेशखाली की महिलाएं अभी भी दहशत में हैं।