यूसीसी का यह तात्पर्य है कि समाज के सभी वर्गों, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो, के साथ इस कानून के तहत समान व्यवहार किया जाएगा, जिसमें विवाह, तलाक, भरण-पोषण, विरासत, गोद लेना और संपत्ति उत्तराधिकार जैसे मामले शामिल होंगे।मौलाना बदरूद्दीन अजमल को मैं एक सलाह दे रहा हूँ। अगर उनको एक और शादी करनी है तो चुनाव के पहले कर लें क्योंकि चुनाव के बाद UCC लागू होगा। तब जो क़ानून का उल्लंघन करेगा उसके ऊपर कार्रवाही होगी। pic.twitter.com/SberenDXI7
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) March 30, 2024