PM Modi के बाद CM Yogi बनेंगे Prime Minister? Yogi Adityanath का खुलासा

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

मंगलवार, 1 अप्रैल 2025 (14:12 IST)
Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही एक साक्षात्कार में विभिन्न मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी। इस दौरान उनसे देश की सियासत में उनकी भूमिका और भविष्य की संभावनाओं को लेकर सवाल पूछे गए, खासकर यह कि क्या वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद देश के अगले प्रधानमंत्री बन सकते हैं? सीएम योगी के जवाब ने एक बार फिर उनके विचारों और प्राथमिकताओं को स्पष्ट किया है। इसके साथ ही, हाल ही में पीएम मोदी की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात और उनकी संभावित सेवानिवृत्ति को लेकर चल रही अटकलों ने भी सियासी माहौल को गर्म कर दिया है।
 
राजनीति मेरे लिए फुल टाइम जॉब नहीं : भाषा से बातचीत के दौरान जब योगी से पूछा गया कि देश का एक बड़ा तबका उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहता है, तो उन्होंने सहजता से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि देखिए, मैं एक योगी हूं। मेरे लिए राजनीति कोई फुलटाइम जॉब नहीं है। मैं राज्य का मुख्यमंत्री हूं और भाजपा ने ने मुझे उत्तर प्रदेश के लोगों की सेवा के लिए इस जिम्मेदारी पर रखा है। मेरा ध्यान पूरी तरह से इसी पर है।
 
केन्द्र से मतभेद से जुड़े सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर मेरे और केंद्र के बीच कोई मतभेद होता, तो क्या मैं आज इस स्थान पर बैठ पाता? यह सब संगठन और जनता के विश्वास का परिणाम है। मैं अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा से निभा रहा हूं। 
 
पीएम मोदी की रिटायरमेंट की अटकलें : हाल ही में 30 मार्च 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर में RSS मुख्यालय का दौरा किया, जो उनके 11 साल के कार्यकाल में पहली बार था। इस दौरान वे RSS प्रमुख मोहन भागवत के साथ नजर आए। इस मुलाकात ने सियासी हलकों में कई सवाल खड़े कर दिए हैं। शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने दावा किया कि पीएम मोदी ने यह दौरा अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा करने के लिए किया। राउत ने कहा कि मेरी जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी पिछले 10-11 सालों में RSS मुख्यालय नहीं गए थे। वे वहां अपनी रिटायरमेंट की बात करने गए थे। RSS भी नेतृत्व में बदलाव चाहता है और उनका उत्तराधिकारी महाराष्ट्र से होगा।
 
हालांकि इस दावे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खारिज करते हुए कहा कि 2029 में भी हम पीएम मोदी को प्रधानमंत्री के रूप में देखेंगे। उनके उत्तराधिकारी की खोज की कोई जरूरत नहीं है। वे हमारे नेता हैं और आगे भी रहेंगे। हालांकि, इस मुलाकात और राउत के बयान ने पीएम मोदी के भविष्य को लेकर अटकलों को हवा दे दी है। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह भाजपा और RSS के बीच संबंधों को मजबूत करने की कोशिश हो सकती है, खासकर तब जब RSS अपनी शताब्दी मना रहा है।
PM पद की दावेदारी पर सियासी हलचल : योगी आदित्यनाथ का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब पीएम मोदी की उम्र और उनकी संभावित सेवानिवृत्ति को लेकर चर्चाएं तेज हैं। मोदी सितंबर 2025 में 75 साल के हो जाएंगे, और बीजेपी में 75 साल की उम्र में नेताओं के रिटायर होने की परंपरा रही है। हालांकि, गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में कहा था कि यह नियम मोदी पर लागू नहीं होगा। फिर भी, योगी के नाम की चर्चा ने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है। उनकी कट्टर हिंदुत्ववादी छवि और यूपी में मजबूत शासन ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर एक संभावित दावेदार के रूप में पेश किया है।
 
इंटरव्यू में और क्या बोले योगी? : योगी ने केंद्र के वक्फ बिल का समर्थन करते हुए कहा कि यह समानता और पारदर्शिता की दिशा में कदम है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग देश को भाषा और क्षेत्र के आधार पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही, उन्होंने महाकुंभ 2025 की सफलता का श्रेय पीएम मोदी को दिया और कहा कि 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। यह पीएम के विजन का परिणाम है। 
 
‘बुलडोजर मॉडल’ पर योगी ने कहा कि यह कोई उपलब्धि नहीं बल्कि जरूरत था, हमने दिखाया कि इसका बेहतर तरीके से इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सड़कें यातायात के लिए हैं, नमाज के लिए नहीं। ‘कांवड़ यात्रा’ का विरोध करने वालों को पता होना चाहिए कि सड़क पर मुहर्रम जुलूस की भी अनुमति है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार भेदभाव नहीं करती, मुसलमान उत्तर प्रदेश की आबादी का 20 प्रतिशत हैं, लेकिन कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों में उनकी संख्या 35 से 40 प्रतिशत है। 
 
क्या कहते हैं समर्थक और आलोचक? : योगी के बयान और पीएम मोदी की RSS मुलाकात के बाद समर्थकों का उत्साह बढ़ा है, जबकि विपक्ष ने इसे उनकी महत्वाकांक्षा छिपाने की कोशिश करार दिया। समाजवादी पार्टी के एक नेता ने कहा कि योगी कहते कुछ हैं, लेकिन उनकी हरकतें कुछ और कहती हैं। वह पीएम पद की दौड़ में हैं। वहीं, बीजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि योगी की निष्ठा और अनुशासन उनकी ताकत है।
 
आगे क्या? : फिलहाल, योगी का ध्यान यूपी पर है, लेकिन पीएम मोदी की RSS मुलाकात और रिटायरमेंट की अटकलों ने सवाल उठा दिए हैं। क्या योगी अगले पीएम बनेंगे या कोई और चेहरा सामने आएगा? यह समय और संगठन के फैसले पर निर्भर करेगा।

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