थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति इससे पिछले महीने सितंबर में 2.60 प्रतिशत पर थी। एक साल पहले अक्टूबर में थोक मुद्रास्फीति 1.27 प्रतिशत रही थी। बहरहाल, अक्टूबर 2017 की मुद्रास्फीति इस साल अप्रैल के बाद सबसे ऊंची है। अप्रैल में यह 3.85 प्रतिशत दर्ज की गई थी।
जहां तक प्याज की बात है, अक्टूबर में प्याज के दाम में एक साल पहले के मुकाबले 127.04 प्रतिशत की वृद्धि रही। अंडा, मीट और मछली के दाम 5.76 प्रतिशत ऊंचे रहे। विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादों में हालांकि, मुद्रास्फीति मामूली घटकर 2.62 प्रतिशत रह गई जो कि सितंबर में 2.72 प्रतिशत थी।
ईंधन और बिजली वर्ग में अक्तूबर में मुद्रास्फीति बढ़कर 10.52 प्रतिशत हो गई। ईंधन मुद्रास्फीति पिछले तीन माह से लगातार ऊंची बनी हुई है। विश्व बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने के बाद पेट्रोल, डीजल के दाम लगातार ऊंचे बने हुए हैं। घरेलू उत्पादन घटने से बिजली शुल्क भी उच्च स्तर पर बने हुए हैं।