यहां दिल्ली सरकार के एक अस्पताल के निरीक्षण के दौरान भारद्वाज ने यह भी कहा कि दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ के कारण बनाए राहत शिविरों से नेत्र संक्रमण (कंजक्टिवाइटिस) और त्वचा एलर्जी के मामले अधिक संख्या में आ रहे हैं। भारद्वाज ने कहा कि बाढ़ का सबसे ज्यादा असर पूर्वी दिल्ली और उत्तर-पूर्वी दिल्ली पर पड़ा है।
अब बीमारियों की आशंका : उन्होंने कहा कि बाढ़ के बाद डेंगू, चिकुनगुनिया और मलेरिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों के मामलों की आशंका बढ़ रही है, लेकिन अभी यह प्रवृत्ति नहीं देखी जा रही है। राहत शिविरों से नेत्र संक्रमण और त्वचा एलर्जी के मामले अधिक संख्या में आ रहे हैं।
यह नदी पिछले सप्ताह से उफान पर है और बुधवार को इसका जलस्तर 1978 में बने 207.49 मीटर के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 207.71 मीटर पर पहुंच गया था, जिससे दिल्ली के कई अहम हिस्सों में बाढ़ आ गई थी। (एजेंसी/वेबदुनिया)