भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, '1989 में श्री वी पी सिंह देश के प्रधानमंत्री थे, उन्होंने मुझे शपथ के लिए राष्ट्रपति भवन बुलाया था। मैं बिना शपथ के वापस आ गया क्योंकि मुझे लगा कि वह मेरे साथ न्याय नहीं कर रहे। मैंने मंत्री पद का त्याग किया, आईएएस का पद छोड़ दिया।' (वार्ता)