भारत के प्रमुख उद्योगपति और रिलायंस के मालिक मुकेश अंबानी और उनके परिवार को भारत के साथ ही विदेशों भी Z+ कैटेगरी की सिक्योरिटी दी जाएगी। इस सुरक्षा का खर्चा अंबानी परिवार उठाएगा। यह आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया है।
Z+ सिक्योरिटी भारत में VVIP की सबसे हाई लेवल की सुरक्षा है, इसके तहत 6 सेंट्रल सिक्योरिटी लेवल होते हैं। माना जाता है कि Z+ कैटेगरी की सिक्योरिटी पर प्रति व्यक्ति 40 से 45 लाख रुपए महीना खर्च होता है।
यह प्रधानमंत्री को मिलने वाली SPG सुरक्षा के बाद दूसरे स्तर की सबसे तगड़ी सिक्योरिटी है। इसमें VVIP की सुरक्षा में 58 जवान तैनात रहते हैं। 5 या उससे ज्यादा बुलेटप्रूफ कारें भी होती हैं।
10 NSG या आर्म्ड स्टैटिक गार्ड होते हैं। इसके अलावा 15 पुलिस कमांडो, 6 PSO, 24 जवान, 5 वॉचर्स, एक इंस्पेक्टर या सब इंस्पेक्टर बतौर इंचार्ज रहता है। इनके अलावा VVIP के घर आने-जाने वाले लोगों की जांच के लिए 6 जवान और छह प्रशिक्षित ड्राइवर भी होते हैं।
बता दें कि मुकेश अंबानी Z+ कैटेगरी की सिक्योरिटी पाने वाले देश के पहले बिजनेसमैन हैं। इसका कारण सिक्योरिटी खुफिया एजेंसियों के तरफ से उन पर आतंकी हमले के खतरे की आशंका की रिपोर्ट है। इसके पहले भी मनमोहन सरकार ने अंबानी और उनके परिवार को 2013 में Z कैटेगरी की सिक्योरिटी दी गई थी। इसे अब Z+ कर दिया गया है।