कंपनी के मुताबिक फेज 3 के क्लिनिकल ट्रायल में दवा देने के बाद कोरोना मरीजों में काफी सुधार पाया गया। ट्रायल्स के दौरान ज्यादातर मरीजों की आरटी-पीसीआर रिपोर्ट 7 दिनों में नेगेटिव आ गई। जानकारी के मुताबिक यह दवा तेजी से वायरल को खत्म करने में मददगार साबित होती है।