कम्पीट अमेरिका नाम के एक कार्यक्रम में हेच ने कहा कि इसका यह मतलब है कि छोटे देशों से आने वाले लोग, जिनमें अमेरिका में बसने आने वाले लोगों की संख्या तुलनात्मक रूप से कम होती है उन्हें ग्रीन कार्ड के लिए उतना इंतजार नहीं करना पड़ता जितना की भारत और चीन जैसे बड़े देशों के लोगों को करना पड़ता है। यह इंतजार कई बार कई दशक लंबा हो जाता है।