विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने टोक्यों में भारतीय दूतावास के एक कार्यालय का उद्घाटन किया। इस मौके को कृष्णा ने भारत और जापान के बीच सहयोग में हो रहे इजाफे का एक सही उदाहरण करार दिया। यह कार्यालय यासूकुनी तीर्थ-स्थल से महज कुछ कदम की दूरी पर और जापान के समाट्र के इंपीरियल महल के ठीक सामने है।
चार दिन के दौरे पर यहाँ आए कृष्णा ने कहा कि यह कार्यालय दोनों देशों के बीच बढ़ रहे सहयोग का एक सटीक उदाहरण है। यह भारत को एक आधुनिक और महान देश के तौर पर भी प्रदर्शित करता है। नए भवन से दूतावास की जरूरतें पूरी हो सकेंगी और इससे एक रमणीय माहौल की भी झलक मिलती है।
कृष्णा ने कहा ‘अपने संक्षिप्त दौरे में मैं इस भवन और सांस्कृतिक केन्द्र में इंतजाम से अभिभूत हो गया हूँ। यह डिजाइन और काम को अंजाम देने का सर्वोच्च मानक भी सुनिश्चित करता है।’ विदेश मंत्री ने कहा कि यह भवन और इसका सांस्कृतिक केन्द्र जापानी मित्रों और भारतीय समुदाय के बीच के बंधन की मजबूती के लिए एक आधार होगा।
कृष्णा ने कहा कि बदलते वैश्विक माहौल और भारत में हो रहे बड़े बदलाव के मद्देनजर विदेश मंत्रालय देश से बाहर मौजूद अपने राजनायिक मिशनों के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने पर विशेष ध्यान केन्द्रित कर रहा है। भारत और जापान वैश्विक जलवायु परिवर्तन, नि:शस्त्रीकरण और नाभिकीय अप्रसार के मुद्दों पर परस्पर सहयोग के लिए कल सहमत हुए थे। इसके अलावा दोनों देश एक विस्तृत साझेदारी संधि को अंतिम रूप देने की दिशा में भी काम कर रहे हैं।
कृष्णा ने जापान के नेताओं से दोनों देशों के बीच के संबंधों की मजबूती से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने कल जापानी प्रधानमंत्री तारो आसो से भी मुलाकात की थी।