कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की इच्छा (आंवला) नवमी 17 नवंबर को मनाई जाएगी। इस पर्व पर पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ आंवले के वृक्ष के नीचे भोजन करने से मनचाही इच्छा पूरी होती है। इस बार इच्छा नवमी पर सिद्धि योग, आनंद योग के साथ रवि योग का विशेष संयोग है।
इस दिन आंवले के वृक्ष को दूध चढ़ाना फलदायी माना जाता है। इससे सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। त्रेता युग का आरंभ इसी दिन हुआ था। इस दिन दान, व्रत व भगवान विष्णु के स्वरूप आंवला के वृक्ष की पूजा करने का विधान है।
जिन दंपतियों का वैवाहिक जीवन कष्ट पूर्ण चल रहा हो, वह इस दिन प्रभु श्री कृष्ण को माखन-मिश्री का भोग लगाएं। आर्थिक संकटों और कर्ज से मुक्ति पाने के लिए भगवान विष्णु को हलवे का भोग लगाना चाहिए। इस दिन तुलसी विवाह की तैयारियां करने से परिवार में समस्त सुखों की प्राप्ति होती है।