Dasha mata pujan 2024: हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि को ये व्रत किया जाता है। मान्यता के अनुसार इस व्रत को करने से घर की दशा में सुधार होता है। इस बार यह व्रत 4 अप्रैल 2024 गुरुवार के दिन रखा जाएगा। जब मनुष्य की दशा ठीक होती है तब उसके सभी कार्य उसके अनुसार होने लगते हैं, लेकिन जब दशा ठीक नहीं होती है तब बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है और इन्हीं परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए इस व्रत को किया जाता है। घर से दरिद्रता हमेशा के लिए दूर चली जाती है।
दशा माता का व्रत कैसे करें-
इस दिन कच्चे सूत का 10 तार का डोरा, जिसमें 10 गठानें लगाते हैं, लेकर पीपल की पूजा करती हैं।
इस दिन महिलाएं कच्चे सूत का डोरा लाकर डोरे की कहानी कहती है तथा पीपल की पूजन कर 10 बार पीपल की परिक्रमा कर उस पर सूत लपेटती हैं तथा डोरे में 10 गठान लगाकर गले में बांधकर रखती हैं।
इस डोरे की पूजन करने के बाद पूजन स्थल पर नल-दमयंती की अनोखी प्रेम कहानी/कथा सुनती हैं।
इसके बाद डोरे को गले में बांधती हैं।
पूजन के पश्चात महिलाएं अपने घरों पर हल्दी एवं कुमकुम के छापे लगाती हैं।
एक ही प्रकार का अन्न एक समय खाती हैं।
इस व्रत में भोजन में नमक नहीं लिया जाता है।
इस दिन विशेष रूप से अन्न में गेहूं का ही उपयोग करते हैं।
यह व्रत जीवनभर किया जाता है और इसका उद्यापन नहीं होता है।
इसके अलावा इस दिन घर की साफ-सफाई करके घरेलू जरूरत के सामान के साथ-साथ झाडू इत्यादि भी खरीदेने का महत्व माना गया है।