दरअसल, शून्यकाल के दौरान सिंह जब बोलने खड़े हुए तो सदन में लगी स्क्रीन पर उनका चेहरा नहीं दिखा। इस पर उन्होंने कहा कि मैं खंभे का शिकार हूं, दिखता नहीं हूं। इस पर बिरला ने कहा कि पहले मैं भी खंभे के पीछे बैठता था।
कांग्रेस के गुरजीत औजला, शिवसेना के गजानन कीर्तिकर और श्रीकांत शिंदे, भाजपा के अर्जुन सिंह, जसकौर मीणा, धर्मवीर सिंह, गणेश सिंह, एम पटेल और तृणमूल कांग्रेस के प्रसून बनर्जी ने अपने क्षेत्रों तथा कई अन्य मुद्दे उठाए।