prayagraj kumbh mela 2025: प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी 2025 को हुई थी और इसका समापन 26 फरवरी महाशिवरात्रि के दिन होगा। इस दौरान इस प्रयाग कुंभ मेले में कई तरह के अच्छे और बुरे घटनाक्रम हुए लेकिन फिर भी यह आश्चर्य की बात है कि अब तक 50 करोड़ लोगों ने कुंभ में न केवल स्नान किया बल्कि सभी के लिए भोजन पानी की व्यवस्था भी अच्छी रही। कुल मिलाकर सदी के इस सबसे बड़े कुंभ की व्यवस्था का कार्य चुनौतिभरा था लेकिन यह आश्चर्यजनक रूप से संपन्न हो गया।
2. भगदड़: महाकुंभ में 29 जनवरी बुधवार को मौनी अमावस्या के मौके पर संगम तट के पास भगदड़ मच गई। संगमनोज पर स्नान करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी और भगदड़ मच गई। जिसमें ब्रह्म बेला का इंतजार कर रहे 30 श्रद्धालुओं की जान चली गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। बताया जाता है कि इस दिन भगदड़ की दो घटनाएं घटी थीं। इसके बाद प्रयागराज कुंभ में जाने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी की रात यात्रियों की भीड़ अधिक होने से भगदड़ मच गई। मीडिया खबरों के मुताबिक इसमें 18 लोगों की मौत हो गई थी।
प्रयागराज की अनामिका शर्मा ने बैंकॉक में कुंभ का झंडा फहराकर भारत का नाम रोशन किया। स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पवेल जॉब्स ने भी महाकुंभ में भाग लिया। उन्होंने कैलाशानंद गिरि जी के आश्रम में रहकर आध्यात्म का मार्ग अपनाया। यहां उन्हें नया नाम कमला मिला। महाकुंभ में उनकी उपस्थिति ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा।
4. वर्ल्ड रिकॉर्ड : 50 करोड़ लोगों द्वारा एक ही नदी में सीमित समय में स्नान करना अपने आप में ही एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। 14 फरवरी को 15 हजार सफाईकर्मी 10 किलोमीटर के संगम क्षेत्र की एक साथ सफाई करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। उल्लेखनीय है कि विश्व में इतने बड़े पैमाने पर और इतने लोगों द्वारा कभी सफाई नहीं की गई। इससे पहले कुंभ 2019 में भी 10 हजार सफाई कर्मचारियों ने एक साथ झाड़ू लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। 6 फरवरी को त्रिवेणी मार्ग पर ई-रिक्शा की सबसे लंबी परेड ने एक नया रिकॉर्ड बनाया। 15 फरवरी को 300 कर्मचारियों ने नदी की सफाई का अभियान चलाकर रिकॉर्ड बनाया। 17 फरवरी को सिंगल ईवेंट में 10 हजार लोगों से हैंडप्रिंट्स लिए। महाकुंभ मेले में स्थापित डिजिटल खोया-पाया केंद्रों ने 20,000 से अधिक बिछड़े लोगों को उनके प्रियजनों से मिलाने में मदद की है। महाकुंभ में अपने तरह का यह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड था।