प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इन उपायों से श्रद्धालुओं की सुरक्षा में काफी सुधार होगा जिससे उनका महाकुम्भ अनुभव सुरक्षित और आरामदायक रहेगा। महाकुम्भ 2025 के दौरान एक साथ लाखों लोग संगम में स्नान करने आते हैं इसलिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह कदम बहुत महत्वपूर्ण साबित होगा।