Maha Kumbha: उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ में कथित कुप्रबंधन को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसदों और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की हेमा मालिनी (Hema Malini) के बीच मंगलवार को वाकयुद्ध छिड़ गया। सपा नेताओं ने आरोप लगाया कि भोजन और पानी की कमी के कारण श्रद्धालु मर रहे हैं।
भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि 29 जनवरी को संगम क्षेत्र में हुई भगदड़ के बावजूद महाकुंभ सफल रहा। उन्होंने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा कि कुछ स्थानों पर समस्याएं हैं, लेकिन हर जगह नहीं। बहुत सारे लोग वहां जा रहे हैं, क्योंकि हर कोई वहां स्नान करना चाहता है।
उन्होंने कहा कि यह बहुत अच्छी तरह से आयोजित किया गया है, हर कोई इसकी प्रशंसा कर रहा है। मेरे परिचित जो वहां गए हैं, वे कह रहे हैं कि इसका प्रबंधन बहुत अच्छी तरह से किया गया है। दुर्घटना हुई, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कुंभ विफल हो गया। हालांकि, सपा के राज्यसभा सदस्य राम गोपाल यादव ने कहा कि खराब व्यवस्था के कारण लोग परेशान हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भोजन के साथ-साथ ईंधन की भी कमी है।
सपा के वरिष्ठ नेता यादव ने कहा कि लोग वहां मर रहे हैं। कुछ लोग भगदड़ में मर गए, अब लोग भूख से मर रहे हैं। कारों के लिए पेट्रोल, डीजल नहीं है, लोगों के लिए खाना नहीं है। यहां तक कि पानी भी उपलब्ध नहीं है। यादव ने कहा कि उन्होंने (उप्र सरकार ने) इलाहाबाद को 'नो-व्हीकल जोन' बना दिया है, लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल सकते। क्या आपने कभी ऐसा कुछ देखा है? मुख्यमंत्री बहुत घमंडी हैं।
सपा की लोकसभा सदस्य डिंपल यादव ने कहा कि उत्तरप्रदेश सरकार के झूठ का पर्दाफाश हो गया है। उन्होंने कहा कि कुंभ की तैयारियों में हज़ारों करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। सरकार ने कहा था कि वे सारी व्यवस्था करेंगे। करीब 15-20 करोड़ लोग आए होंगे, लोग आ रहे हैं और जा रहे हैं, लेकिन व्यवस्थाएं बहुत खराब हैं।
इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी लोकसभा में यह मुद्दा उठाया और सवाल किया कि कुंभ में हुई भगदड़ में मरने वालों के अंतिम आंकड़े क्यों जारी नहीं किए जा रहे हैं। कन्नौज के सांसद ने उत्तरप्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि डबल इंजन सरकार डबल गलतियां कर रही है।
इस बीच आजाद समाज पार्टी के सांसद चंद्रशेखर ने दावा किया कि विफलताएं स्पष्ट हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि विफलताएं स्पष्ट हैं। पुलिस लोगों से वापस जाने की अपील कर रही है। चंद्रशेखर ने कहा कि बच्चे रो रहे हैं, खाने का कोई इंतजाम नहीं है, यातायात जाम है। यह सरकार की विफलता है। हर 12 साल में आयोजित होने वाला 45 दिवसीय विशाल धार्मिक आयोजन प्रयागराज में हो रहा है और 26 फरवरी तक चलेगा।(भाषा)