योगी आदित्यनाथ ने बताया, कैसे मची प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

बुधवार, 29 जनवरी 2025 (11:32 IST)
Prayagraj Mahakumbh stampede : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना के बाद लखनऊ में एक उच्च स्तरीय बैठक की और कहा कि बैरिकेड्स फांदकर आने की कोशिश में कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
 
उन्होंने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। रात में एक से दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर जहां से अमृत स्नान की दृष्टि से बैरिकेड्स लगाए गए थे, उन बैरिकेड्स को फांदकर आने में कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उपचार की व्यवस्था की गई है। उनमें से कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सुबह से ही लगभग चार बार फोन करके हाल-चाल लिया है। इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी लगातार संपर्क में हैं तथा सभी के कुशलक्षेम और सकुशल स्नान करने के बारे में निरंतर जानकारी ले रहे हैं।
 
उन्होंने कहा कि प्रयागराज में वर्तमान में हालात नियंत्रण में हैं लेकिन भीड़ का दबाव बहुत है। अखाड़ा परिषद से जुड़े हुए पदाधिकारियों के साथ मैंने खुद भी बातचीत की है। आचार्य, महामंडलेश्वरों और पूज्य संतों के साथ भी बातचीत हुई है और उन्होंने बड़ी ही विनम्रता के साथ कहा है कि श्रद्धालु जन पहले स्नान करेंगे और फिर जब उनका दबाव कुछ कम होगा और वे सकुशल वहां से निकल जाएंगे तब हम लोग स्नान करने के लिए संगम की तरफ जाएंगे।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सुबह साढ़े आठ बजे तक लगभग तीन करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं और यह सिलसिला जारी है लेकिन संगम नोज, अखाड़ा मार्ग और नाग वासुकी मार्ग पर लगातार दबाव बना हुआ है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन मुस्तैद है। मेरी प्रदेशवासियों, देशवासियों और सभी श्रद्धालुओं से भी अपील है कि वे अफवाह पर ध्यान ना दें। संयम से काम लें। यह आयोजन सभी लोगों का है। प्रशासन उनकी सेवा के लिए पूरी तत्परता से लगा हुआ है। केंद्र और राज्य सरकार पूरी मजबूती के साथ वहां पर हर प्रकार का सहयोग करने के लिए तत्पर हैं।
 
उन्होंने स्नानार्थियों से अपील करते हुए कहा कि जहां पर हैं आप, लगभग 15 से 20 किलोमीटर के दायरे में अस्थाई घाट बनाए गए हैं उसमें कहीं भी आप स्नान कर सकते हैं। आवश्यक नहीं है कि संगम नोज की तरफ ही आएं। भीड़ को देखते हुए खास तौर पर जो बुजुर्ग हैं, बच्चे हैं, सांस के रोगी है उनको लंबी दूरी तय नहीं करनी चाहिए और जो नजदीक के घाट हैं वहीं पर स्नान करेंगे। सब गंगा जी के घाट हैं और गंगा जी के उस भाग में भी वही पुण्य प्राप्त होगा।
 
आदित्यनाथ ने कहा कि देर रात्रि तक अमृत स्नान का मुहूर्त है। मौनी अमावस्या का मुहूर्त पूरी रात्रि है। आवश्यक नहीं है कि हम केवल अभी स्नान करेंगे। सभी से मेरी विनम्र अपील होगी कि अगर श्रद्धालुगण सहयोग करेंगे तो सभी को सकुशल स्नान करने में और इस महापर्व का आयोजन करने में प्रशासन को और शासन को मदद मिलेगी।
Edited by : Nrapendra Gupta 

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