संगम नोज का भौगोलिक महत्व
-
त्रिकोणीय आकार: संगम नोज का आकार त्रिकोणीय है, इसलिए इसे नोज कहा जाता है।
-
नदियों का संगम: यहां गंगा और यमुना नदियां मिलती हैं और मान्यता के अनुसार, अदृश्य सरस्वती नदी भी यहां आकर मिलती है।
-
अलग-अलग रंग: संगम नोज पर गंगा और यमुना का पानी अलग-अलग रंग का दिखाई देता है। गंगा का पानी हल्का मटमैला और यमुना का पानी हल्का नीला होता है।
महाकुंभ के दौरान संगम नोज पर लाखों श्रद्धालु स्नान करने आते हैं। मान्यता है कि इस दिन यहां स्नान करने से मोक्ष मिलता है। इसलिए, श्रद्धालु दूर-दूर से यहां आते हैं।