अर्थात् जिनके स्मरण मात्र से शत्रु का नाश होता है, उनका वेदों में प्रसिद्ध 'शत्रुघ्न' नाम है। यदि व्यक्ति सर्वप्रथम अपने शत्रु का स्मरण कर उसके बाद शत्रुघ्नजी का स्मरण कर इस चमत्कारी चौपाई का जप करता रहता है, तो शत्रुघ्नजी या तो शत्रु के हृदय से शत्रुता समाप्त कर देते हैं, या शत्रु के अत्यंत दुष्ट या आसुरी शक्ति होने पर उसे विनष्ट कर देते हैं।