Rain in Himachal: हिमाचल (Himachal) प्रदेश के कई हिस्सों में मंगलवार को बारिश हुई जिससे राज्यभर में 85 और सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई और राजधानी शिमला (Shimla) में कई पेड़ गिर गए। स्थानीय मौसम विभाग, शिमला ने बताया कि अगले 2 दिनों के लिए राज्य में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ भारी बारिश और आकाशीय बिजली गिरने का पूर्वानुमान जताते हुए 'येलो' अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार सोमवार सुबह तक 41 सड़कें बंद थीं और मंगलवार को बारिश के कारण भूस्खलन और पेड़ों के गिरने से इनकी संख्या बढ़कर 126 हो गई। शिमला शहर में भारी बारिश के बाद टॉयलैंड के पास पेड़ गिरने के कारण सुबह के समय स्कूल और कार्यालय जाने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ा। शिमला जिले में कुल 41 सड़कें वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हैं।
सबसे अधिक 50 सड़कें मंडी में बंद: कुल 126 अवरुद्ध सड़कों में से सबसे अधिक 50 सड़कें मंडी में हैं, इसके बाद सोलन में 12, कांगड़ा में 10, कुल्लू में 6, सिरमौर में 4 और ऊना, किन्नौर और लाहौल तथा स्पीति जिले में 1-1 सड़क बंद हैं। आपातकालीन संचालन केंद्र ने बताया कि राज्य भर में 1,191 बिजली और 27 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित हैं।
राज्य के कई हिस्सों में मध्यम बारिश : मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार सोमवार शाम 5 बजे से राज्य के कई हिस्सों में मध्यम बारिश हुई जिसमें काहो में सुबह 8 बजे तक सबसे अधिक 84 मिमी बारिश दर्ज की गई। काहो के बाद जुब्बड़हट्टी में 83 मिमी, कुफरी में 73 मिमी, शिमला में 62.8 मिमी, पच्छाद में 59 मिमी, चौपाल में 42.6 मिमी, नगरोटा सूरियां में 42.2 मिमी, सोलन में 42.4 मिमी, सुंदरनगर में 39.8 मिमी, नारकंडा में 36 मिमी, नाहन में 27.4 मिमी और बिलासपुर में 22.5 मिमी बारिश हुई।
अब तक 23 प्रतिशत कम बारिश : मानसून की 27 जून को शुरुआत के बाद से हिमाचल प्रदेश में अब तक 23 प्रतिशत बारिश कम हुई है। इस दौरान राज्य में 591.8 मिमी बारिश होती है जबकि अब तक 453.4 मिमी बारिश हुई है। अधिकारियों ने बताया कि मानसून की शुरुआत से लेकर सोमवार तक बारिश से घटनाओं में 144 लोगों की मौत हो चुकी है और राज्य को 1,217 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।(भाषा)(फ़ाइल चित्र)