दादी ने डांट लगाई तो सविता तट से दूर आ गई, लेकिन दोनों भाई नहाने की जिद पर अड़े रहे। समुद्र में ऊंची लहरों में दोनों भाई वहां मौजूद कुछ लोगों ने किसी तरह करण को लहरों से बचाकर बाहर निकाल लिया, लेकिन लाखन लहरों में गुम हो गया। रेस्क्यू टीमों ने लाखन की तलाश में जुट गई थीं।
शुक्रवार दोपहर से लेकर देर रात तक रेस्क्यू जारी रहा, लेकिन लाखन का कहीं पता नहीं चला। जब मछुआरों की नजर उस पर पड़ी तो उन्हें लगा कि लाश थी लेकिन वह लाखन था जो गणेशजी की फ्रेम पकड़कर तैर रहा था। इस तरह लाखन की जान बच गई। Edited by: Sudhir Sharma