भाटी ने बताया कि प्रापर्टी डीलर फरहद अशरफ के साले सद्दाम के साथ साझेदारी में काम करता था और उसके बैंक खाते में सद्दाम से रुपयों के लेनदेन के सबूत भी मिले हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि फरहद और यामीन जेल में अशरफ से भी मुलाकात करने जाते थे। उन्होंने बताया कि बिथरी चैनपुर थाने में दर्ज आपराधिक मामले में दोनों को गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने बताया कि इसमें जेल में अशरफ की उसके गुर्गों से अवैध रूप से मुलाकात की पुष्टि होने के बाद सात मार्च को थाना बिथरी चैनपुर में अशरफ, उसके साले सद्दाम, पुराना शहर के लल्ला गद्दी, जेल के बंदी रक्षक शिवहरि अवस्थी, कैंटीन आपूर्तिकर्ता दयाराम उर्फ नन्हें के अलावा जेल के अज्ञात अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।