पवार ने कहा, वृद्धा की मौत के बाद भाइयों के बीच इस बात को लेकर विवाद हो गया कि उनका अंतिम संस्कार कैसे किया जाए। एक असामान्य स्थिति पैदा हो गई क्योंकि दोनों भाइयों में से प्रत्येक ने इस बात की जिद की कि वह जिस धर्म का पालन करता है, उसी के अनुसार उनकी मां का अंतिम संस्कार किया जाए।
पवार ने बताया, पुलिस अधिकारी सुधीर सांखे गांव में पहुंचे और उन्होंने परिवार के सदस्यों से चर्चा की। यह तय किया गया कि महिला को ईसाई परंपरा के अनुसार दफनाया जाए। फिर वसाई के समीप पाचू द्वीप पर पार्थिव शरीव को दफना दिया गया। पवार ने कहा, लेकिन दूसरा बेटा मानने को तैयार नहीं था। उसने चिता पर एक गुड़िया रखकर सांकेतिक दाह संस्कार किया।(भाषा)