जम्मू। शोपियां जिले में रविवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में 4 स्थानीय आतंकवादी मारे गए। चारों आतंकी जाकिर मूसा के गुट के थे। सेना ने यह जानकारी दी है। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर शोपियां के दारमदोरा इलाके में घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों की तलाशी अभियान के दौरान वहां छिपे आतंकवादियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी।
अधिकारी ने बताया कि इसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ शुरू हो गई जिसमें 4 आतंकवादी मारे गए। हालांकि प्रवक्ता ने मारे गए आतंकवादियों की संबद्धता पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन सूत्रों ने कहा कि वे अल कायदा से जुड़े अंसार गजवतुल हिंद से संबद्ध थे।
जिन चार आतंकियों को मारा गया उनमें करालचक शोपियां का रहने वाला रफी हसन मीर, बटमुरान शोपियां का सुहेल अहमद भट, राजपुरा पुलवामा का शौकत अहमद मीर और बमनू पुलनामा का आजाद अहमद खांडे शामिल हैं। ये चारों आतंकी स्थानीय हैं जिनकी पुलिस को काफी समय से तलाश थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जो 4 आतंकी मारे गए हैं उनमें शौकत का आपराधिक रिकॉर्ड सबसे खतरनाक है। वह 2015 से आतंकी कारनामों में शामिल रहा है। शुरू में वह हिज्बुल मुजाहिदीन का आतंकी था लेकिन बाद में अंसार गजवातुल हिंद से जुड़ गया।
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, सैन्य प्रतिष्ठानों के साथ साथ आम लोगों पर हमले के लिए भी शौकत मीर की तलाश थी। कई आतंकी मामलों में उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज है। शिखार्ड में गार्ड पोस्ट पर फायरिंग, सैन्य बलों पर ग्रेनेड हमला, बशीर अहमद डार और अल्ताफ अहमद पर गोलीबारी और पुलिसकर्मी समीर अहमद की हत्या जैसे संगीन अपराध उसके खाते में दर्ज हैं। शौकत मीर ने ही आजाद अहमद, रफी हसन और सुहेल अहमद को आतंकी बनने के लिए उकसाया था।