कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर प्राणी उद्यान में 4 पक्षियों की बर्ड फ्लू से मौत की पुष्टि के बाद 935 से अधिक पक्षियों पर फ्लू का खतरा गहरा गया है।पिछली 5 जनवरी को चिड़ियाघर में 2 मुर्गे और 2 तोते मृत पाए गए थे, जिनके नमूने को जांच के लिए भोपाल की लैब में भेजा गया था जिसकी रिपोर्ट शनिवार देर रात आ गई और पक्षियों की मौत में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है।
आनन-फानन में प्राणी उद्यान को दर्शकों के लिए अनिश्चितकाल के लिए बंद करने के निर्देश देर रात जारी किए गए।समूचे परिसर में दवा का छिड़काव किया जा रहा है।बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद बाड़ों में 935 पक्षियों पर भी बर्ड फ्लू का खतरा मंडरा रहा है।जिसको लेकर प्राणी उद्यान प्रशासन उन सभी पक्षियों की सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम करने में जुट गया है।
आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि प्राणी उद्यान में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद कानपुर जिला प्रशासन ने रेड अलर्ट घोषित कर दिया गया है।इसी के साथ सुरक्षा को देखते हुए प्राणी उद्यान प्रशासन ने भी सात बाड़ों में रखे गए सभी 935 पक्षियों की सुरक्षा को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं।बाड़ों की मिट्टी और मल को भी जांच के लिए भेजा गया है।
जिला प्रशासन को पत्र लिखते हुए प्राणी उद्यान ने मदद के लिए नगर निगम, पशुपालन विभाग के प्रशिक्षत डॉक्टर की मांग की है।जिलाधिकारी कानपुर ने सभी विभागों को निर्देशित किया है कि प्राणी उद्यान के द्वारा मांगी जा रही सहायता के लिए संपूर्ण इंतजाम किए जाएं।
साथ ही जिला प्रशासन ने प्राणी उद्यान से 10 किलोमीटर के दायरे में बने सभी चिकन शॉप को सुरक्षा की दृष्टि से बंद करने के निर्देश दिए हैं, साथ ही बर्ड फ्लू प्रोटोकॉल के तहत मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को जिला प्रशासन की तरफ से निर्देशित किया गया है कि प्राणी उद्यान के 1 व 10 किलोमीटर के दायरे में बने सभी चिकन शॉप के पक्षियों की निगरानी की व्यवस्था की जाए।
सभी चिकन शॉप को बंद करने के भी निर्देश दिए गए हैं और जिले की बॉर्डर पर सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए कहा है कि जिले के बाहर से ना तो कोई पक्षी अभी लाया जाएगा और ना ही ले जाया जाएगा।अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक/निदेशक सुनील चौधरी ने बताया कि अन्य पक्षियों की सुरक्षा को देखते हुए बाड़ों में दवाई का छिड़काव इत्यादि करवाया जा रहा है व अन्य सुरक्षा के इंतजाम भी किए जा रहे हैं।