दरगाह थानाधिकारी दलवीर सिंह ने बताया कि खादिम को शुक्रवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) अंजता अग्रवाल के निवास पर पेश किया गया और सीजेएम ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। चिश्ती को अजमेर की उच्च सुरक्षा जेल में स्थानांतरित किया गया था। पुलिस ने दावा किया है कि खादिम चिश्ती का उदयपुर की घटना से सम्बद्ध नहीं है।
वायरल वीडियो में दोनों आरोपी 'गुस्ताखी ए नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा सर तन से जुदा कहते हुए दिखाई दे रहे हैं। देश को स्तब्ध कर देने वाली इस निर्मम घटना से पूर्व 17 जून को अजमेर में भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नुपूर शर्मा के विरोध में आयोजित मुस्लिम समाज की रैली से पहले दरगाह के मुख्य द्वार नाजिम दरवाजे पर खादिम गौहर चिश्ती और अन्य लोगों ने भड़काऊ भाषण दिए थे।