खेड़ा। गुजरात के खेड़ा जिले में एक मस्जिद के पास गरबा आयोजित करने का विरोध करने वाले मुस्लिम समुदाय के सदस्यों की भीड़ द्वारा कार्यक्रम स्थल पर किए गए हमले में एक पुलिसकर्मी सहित 7 व्यक्ति घायल हो गए। पुलिस ने मामले में गिरफ्तार संदिग्ध हमलावरों को गांव के चौराहे पर बिजली के एक खंभे से लगाकर खड़ा करके सबसे सामने लाठी से पीटा।
वीडियो क्लिप में कथित तौर पर दिख रहा है कि जिले के उंधेला गांव में सोमवार रात गरबा कार्यक्रम में शामिल लोगों पर पथराव करने के आरोप में गिरफ्तार 3 व्यक्तियों को कार्यक्रम स्थल के पास एक पुलिस वैन से बाहर निकाला जाता है। वीडियो में दिख रहा है कि आरोपियों को फिर एक बिजली के खंभे की ओर ले जाया जाता है और एक पुलिसकर्मी उन्हें उनके हाथ पकड़कर बिजली के खंभे से लगाकर खड़ा करता है, वहीं एक अन्य पुलिसकर्मी उन्हें कमर के नीचे डंडे से मारते नजर आ रहा है।
वीडियो में दिख रहा है कि कथित हमलावर पुलिसकर्मियों द्वारा कहे जाने पर मौके पर मौजूद लोगों से हाथ जोड़कर माफी मांगते हैं। मौके पर बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने पुलिस की कार्रवाई की प्रशंसा की।
पुलिस उपाधीक्षक वीआर बाजपेयी ने बताया कि मातर पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि घटना के बाद गांव में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। बाजपेयी ने कहा कि गांव के सरपंच ने एक मंदिर में गरबा का आयोजन किया था। मुस्लिम समुदाय की एक भीड़ ने इसे रोकने की कोशिश की।
उन्होंने कहा कि भीड़ ने पथराव भी किया। उन्होंने कहा कि इसमें ग्राम रक्षक दल (जीआरडी) के एक जवान और एक पुलिसकर्मी सहित कम से कम 7 लोग घायल हो गए। अधिकारी ने कहा कि प्राथमिकी के अनुसार महिलाओं सहित 150 लोगों की भीड़ ने पथराव करके गरबा करने वाले समूह पर हमला किया। प्राथमिकी के अनुसार 43 आरोपियों की पहचान उनके नाम से की गई है।
उपाधीक्षक बाजपेयी ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास, दंगा करने, गैरकानूनी रूप से एकत्रित होने और जानबूझकर चोट पहुंचाने से संबंधित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि सरपंच ने अष्टमी पर गांव के मंदिर में गरबा कार्यक्रम का आयोजन किया था, लेकिन भीड़ ने कार्यक्रम को रोकने की कोशिश की।
खेड़ा के पुलिस अधीक्षक राजेश गढ़िया ने कहा कि आरिफ और ज़हीर के रूप में पहचाने गए दो व्यक्तियों के नेतृत्व में लोगों का एक समूह नवरात्र गरबा स्थल में घुस गया और हंगामा करने लगा। उन्होंने पथराव भी किया। हमने शांति बनाए रखने के लिए गांव में पुलिस बल तैनात किया है।
प्राथमिकी के अनुसार, गांव में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने मस्जिद के पास गरबा आयोजित किए जाने पर आपत्ति जताई थी जो मंदिर के पास स्थित है। इसके अनुसार रात करीब साढ़े 11 बजे कार्यक्रम स्थल पर लोगों का एक समूह जमा हो गया और उन्होंने श्रद्धालुओं को अपशब्द कहने शुरू कर दिए और उन्हें गरबा बंद करने को कहा।
प्राथमिकी में कहा गया है कि जब लोगों ने गरबा जारी रखा तो और लोग उनके साथ शामिल हो गए, तब भीड़ ने पथराव करना शुरू कर दिया। प्राथमिकी में कहा गया है कि उनमें से कुछ धारदार हथियार, लाठियों से लैस थे और उन्होंने मंदिर पर पथराव किया। (भाषा)