उन्होंने बताया कि रेल अधिकारियों ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के साथ मिलकर जांच शुरू की और पाया कि इस कृत्य के पीछे कोई आपराधिक इरादा नहीं था। प्रकाश ने कहा कि जांच रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि इस मामले में किसी बाहरी या अन्य आपराधिक संलिप्तता सामने नहीं आई है।
8 सितंबर को मिला था गैस सिलेंडर : कानपुर में ही गत 8 सितंबर को प्रयागराज से भिवानी की ओर जा रही कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की कोशिश में पटरी पर रसोई गैस का सिलेंडर रख दिया गया था। इससे एक सप्ताह पहले ही प्रेमपुर रेलवे स्टेशन के पास मालगाड़ी के लोको पायलट को भी ट्रैक पर खाली गैस सिलेंडर मिला था। दोनों ही घटनाओं की जांच की जा रही है।(भाषा)
Edited By : Chetan Gour