सिंह ने कहा कि उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जिस तरह का व्यवहार कर रहे हैं, वह उनकी राजनीतिक जमीन खिसकने की खिसियाहट को दिखाता है। उन्होंने कहा, लाल टोपी वालों (सपा के कार्यकर्ताओं) के काले कारनामों का ताजा संस्करण देखकर हम सब स्तब्ध हैं।
सिंह ने आरोप लगाया कि उपचुनाव वाले क्षेत्रों में समाजवादी पार्टी ने बाहर से अराजक तत्वों को बुलाकर चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की है। उन्होंने यह भी दावा किया, बुर्का पहनकर महिलाएं फर्जी मतदान कर रही हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मैनपुरी में सैफई परिवार और अखिलेश के गुंडे आतंक फैलाने का प्रयास कर रहे हैं जिसे न सरकार बर्दाश्त करेगी और न ही भारतीय जनता पार्टी और न ही राज्य की जनता।
उन्होंने कहा कि पीडीए (दलित, पिछड़ा अल्पसंख्यक) का नारा देने वाले अखिलेश यादव को लाल टोपी वाले गुंडों (सपा कार्यकर्ताओं) को नियंत्रित रखना चाहिए, बाकी पुलिस और प्रशासन अपनी कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा, समाजवादी पार्टी मांग कर रही हैं कि लोगों के पहचान पत्रों की पुलिस जांच न करे।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी पार्टी और उसके नेता अखिलेश यादव निर्वाचन आयोग पर सवाल उठाकर अपने ऊपर ही कुठाराघात कर रहे हैं, जबकि अराजकता फैलाना इनका ट्रेडमार्क है। सिंह ने आरोप लगाया कि वह फर्जी पहचान पत्र बनाकर मतदाताओं की आउटसोर्सिंग कर रहे है
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सपा के लोग चुनाव कार्यों में लगे अधिकारियों को धमका रहे हैं और संवैधानिक संस्थाओं को जिस तरह से आरोपित कर रहे हैं उससे इनका चरित्र उजागर होता है। उन्होंने कहा कि उपचुनाव को लेकर सपा द्वारा लगाए गए आरोप निराधार है। सिंह ने दावा किया कि सपा को लोकतंत्र में नहीं लूटतंत्र में भरोसा है। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour