चेन्नई। तमिलनाडु में चिकित्सकों के एक दल ने एक व्यक्ति के मस्तिष्क की अपनी तरह की पहली सर्जरी की है जिसमें मस्तिष्क का कुछ हिस्सा कान में एक छेद के रास्ते बाहर आ रहा था।
इरोड में एक निजी कंपनी में ऑडिटर लोगननाथन (54) पिछले एक साल से रह-रह कर होने वाले सिर दर्द और दाहिने कान के दर्द से काफी परेशान थे। उन्होंने कई डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन आराम नहीं मिला।
एक अस्पताल के चिकित्सकों ने कान में संक्रमण की समस्या समझते हुए लोगननाथन का राइट क्रोनिक ओटिटिस मीडिया ट्रीटमेंट किया, जिसमें मध्य कान में एक प्रकार की सर्जरी की जाती है। सर्जरी के कुछ माह बाद दूसरी समस्या शुरू हो गई। उसे लगातार दर्द रहने लगा और कान से पानी जैसे तरल पदार्थ का रिसाव होने लगा।
अतंत: यहां के अपोलो के डॉक्टरों ने सीटी स्कैन और ब्रेन एमआरआई समेत कई तरह की जांच की, जिसमें उन्हें उसके आतंरिक कान की ऊपरी दीवर पर एक छेद का पता चला जिससे मस्तिष्क का छोटा-सा हिस्सा बाहर आ रहा था।
डॉक्टर कृष्णकुमार और डॉक्टर जॉय वर्गीस की टीम ने बेहद कौशलपूर्ण तरीके से खोपड़ी में छेद करके मस्तिष्क के बाहर आ रहे भाग को हटाया और कान के छेद को बंद कर दिया।
डॉ. कृष्णकुमार ने पत्रकारों को बताया कि आठ घंटे तक चलने वाली यह बेहद कठिन सर्जरी थी। इस तरह के मामले विरले ही सामने आते हैं। कान में लंबे समय तक संक्रमण रहने अथवा 10 साल पहले हुई एक दुर्घटना के कारण लोगननाथन को यह समस्या हुई होगी। सर्जरी नहीं होने की सूरत में मरीज का बचना कठिन था। उसे पहले लगातार दौरे पड़ते और बाद में वह बेहोश होकर गिर पड़ता।