आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि उड़ी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास अंतिम भारतीय चौकी की ओर यह बस सुबह 7 बजे रवाना हुई। उत्तर कश्मीर के कूपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा के पास पिछले 48 घंटों में हुई मुठभेड़ में जहां 4 घुसपैठियों को मारा है वहीं सेना के 3 जवान भी शहीद हुए हैं। मुठभेड़ रविवार को भी जारी रही थी।
गौरतलब है कि वर्ष 1999 के कारगिल युद्ध के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच आपसी विश्वास बढ़ाने के लिए 7 अप्रैल 2005 को इस साप्ताहिक बस सेवा की शुरुआत की गई थी। इस बस सेवा को पिछले साल कश्मीर में अशांति के बावजूद और पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम के उल्लंघन के कारण नियंत्रण रेखा पर तनाव एवं सर्जिकल स्ट्राइक के बावजूद जारी रखा गया। पिछले 12 वर्षों के दौरान कारवां-ए-अमन बस सेवा से अब तक नियंत्रण रेखा के दोनों ओर से हजारों लोग यात्रा कर चुके हैं।