कानपुर देहात। कहते हैं अगर आप सच्चाई की लड़ाई लग रहे हैं तो हो सकता है इस लड़ाई में आपको कठिनाइयों का सामना करना पड़े लेकिन अंत में जीत सच्चाई की होती है। इसका जीता जागता उदाहरण कानपुर देहात के सिकंदरा में देखने को मिला है। जहां पर सच्चाई की लड़ाई लड़ते-लड़ते भले ही 20 साल लग गए लेकिन जीत सच्चाई की हुई और कोर्ट के आदेश पर सिकंदरा में पूर्व वायुसैनिक के घर में घुसकर लूटपाट करने के बीस वर्ष पुराने मामले में तत्कालीन एसओ समेत छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोर्ट ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कोर्ट को बताया था कि तत्कालीन एसओ महिपाल सिंह तोमर,एसआई दान सिंह,मुंशी श्याम नारायन समेत अन्य छह पुलिसकर्मी 25 फरवरी 2002 को उनके घर पहुंचे और घर में जमकर उपद्रव मचाया।
कानपुर नगर में तैनात रहे दरोगा दिनेश त्रिपाठी के खिलाफ लड़ रहे मुकदमे को वापस लेने का दबाव बनाने लगे और फिर आलमारी का ताला तोड़कर मुकदमे से जुड़े जरूरी कागजात, जेवर व नकदी करीब 8500 रुपए लूट ले गए।जिसके बाद इन पुलिसकर्मियों की शिकायत पुलिस अधीक्षक से लेकर कई आला अधिकारियों से की, लेकिन कहीं पर भी कोई सुनवाई नहीं हुई।